अमृतसर हादसा : घटना की रात क्यों नहीं पहुंचे CM, दिया जबाब, मुआवजे का ऐलान

पंजाब के अमृतसर  में जोड़ा फाटक के पास दशहरे के दिन रावण दहन के दौरान दो ट्रेनों की चपेट में आने से 59 लोगों की मौत हो गई. वहीं, 61  से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं, जिनमें कुछ की हालत बहुत गंभीर बनी हुई है. बता दें अमृतसर के जोड़ा फाटक के पास शुक्रवार की शाम चल रहे दशहरा  के मौके पर रावण दहन देखने के लिए बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ी थी. लोग रेल की पटरियों पर खड़े होकर रावण दहन देख रहे थे, तभी अचानक तेज रफ्तार में ट्रेन आई और सैकड़ों लोगों को कुचलती हुई चली गई. भीड़ के चलते लोग खुद को बचाने में नाकामयाब रहे और ट्रेन की चपेट में आ गए.

अमृतसर के जौड़ा फाटक के पास हुए भीषण रेल हादसे के बाद पंजाब सरकार ने इस घटना की मैजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। हादसे के बाद शनिवार को पंजाब पहुंचे सीएम कैप्टन अमरिंदर ने यहां राजकीय मेडिकल कॉलेज में घायलों से मुलाकात के बाद सरकार का पक्ष रखा है। कैप्टन अमरिंदर से पत्रकारों ने घटना की रात में ही नहीं पहुंच पाने को लेकर सवाल किया। इसपर सीएम ने कहा कि जब सूचना मिली तो वह एयरपोर्ट पर ही थे, आज पंजाब की पूरी कैबिनेट घटनास्थल पर है। उन्होंने कहा कि वीवीआईपी मूवमेंट से राहत कार्य में परेशानी होती।

सिंह ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए कहा कि है फिलहाल इस मामले पर आरोप-प्रत्यारोप करने से ज्यादा जरूरी मामले की जांच करना और राहत कार्यों को पूरा करना है। हमने पंजाब सरकार की ओर से मामले की मैजिस्ट्रेट जांच कराने का फैसला किया है और जांच अधिकारियों को चार हफ्ते में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं।

मीडिया से बात करते हुए सिंह ने कहा कि अमृतसर में हुई घटना काफी दुखद है और हमारी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं। सरकार ने मृतकों के परिवार को 5 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की गई है। इस काम के लिए अमृतसर जिला प्रशासन को तत्काल 3 करोड़ रुपये की राशि जारी कर दी गई है। इसके अलावा घायलों को अस्पताल में मुफ्त इलाज देने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि हादसे में मृत लोगों की पहचान की जा रही है और अब सिर्फ 9 शवों की पहचान का काम शेष हैं।

‘..तो राहत कार्यों में प्रशासन को होगी मुश्किल’
वहीं घटना के बाद दूसरे दिन पहुंचने पंजाब पहुंचने के सवाल पर सीएम ने कहा, ‘मैं एयरपोर्ट पर था जब मुझे इस मामले की जानकारी मिली और इसके बाद मैं पंजाब पहुंचा हूं।’ सिंह ने कहा कि सारी रात पंजाब की सरकार के तमाम लोग इस हादसे के राहत कार्यों की मॉनिटरिंग करते रहे हैं लेकिन अगर हर वीवीआईपी व्यक्ति घटनास्थल पर ही जाने लगेगा तो इससे प्रशासन को राहत कार्यों में असुविधा होगी।

‘परिणाम पर पहुंचने से पूर्व जांच रिपोर्ट का करें इंतजार’
सिंह ने कहा कि जौड़ा फाटक के पास हुए इस हादसे के लिए कौन जिम्मेदार है इसका फैसला जांच समिति के निर्णय के आधार पर होगा। ऐसे में किसी भी नतीजे पर पहुंचने से पहले जांच रिपोर्ट का इंतजार करना चाहिए। सिंह ने यह भी कहा कि घायलों को राहत के लिए हर संभव मदद दिलाने का फैसला किया गया है, लेकिन फिलहाल आरोप प्रत्यारोप से इतर सभी को एक साथ आना होगा और यह वक्त राजनीति करने का नहीं है।

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